री० पाप किए हमने प्रभु जी हैं निर्बल
कुछ भी हर जाना करने को निर्बल
1. मोड़ो कम नज़र करुणा के सागर
दीन हम तेरे आते हर लो घर
2. जाल बिछाए थे जाल से बैरी ने
फिसलन से फँस के बस गए जालों में
3. नाका दिल हम हैं छुड़ जाए उनसे
वन्दन हर लो नाथ मोचन दो हमको
Song Link –
Paap Kiye Humne Prabhu Ji Hai Nirbal
Page no. 81, Hymn no. 214.
Hymn Book – Sangeet Sagar
Responsorial Hymns (Anter Bhajan)
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