पवित्र आत्मा के आदर में
1. उतर, हे आत्मा सृजनहार,
अपने लोगों को दर्शन दे ।
वरदान आशिष से भर जावें,
जो आत्माएँ तूने सृजीं ।
2. तू कहलाता है दिलासा,
सर्वोच्च ईश्वर का कृपादान
जीता, सोता, आग करुणा,
और आत्मा का शीतल मरहम ।
3. सात शाखी झरना कृपा का,
ईश के दायें हाथ का वरदान ।
पिता ईश का तू प्रतिज्ञात,
तू सत्य वाणी का दाता ।
4. इन्द्री को प्रकाशमान कर दे,
हदय में प्रेमाग्नि सुलगा ।
झुकती है नीचे पापमय देह,
उसको दिन दिन नया बल दे ।
5. बैरी को हमसे दूर हटा,
हमें तुरन्त शाँति बल दे ।
कि पाकर तेरी अगुवाई ।
हानि से हम बचे रहें ।
6. हम पिता को जान लें तुझसे,
हो विदित पुत्रेश ख्रीस्त हमें ।
तुझी दोनों के आत्मा में,
दृढ़ विश्वास सदा हम रखें ।
7. पिता ईश्वर की बड़ाई हो,
पुत्रेश ख्रीस्त की भी ज़य जय हो ।
मुरदों में से जो जी उठा,
शाँतिदाता की भी युग लों ।
आमेन ।
Song Link –
New Song (Naya Gaan) Page no. 190,
Hymn no. 1.
Hymn Book – (Naya Gaan)Sangeet Sagar
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