गाना किताब – संगीत सागर
पृष्ठ संख्या – 173 गाना संख्या – 430
परमप्रसाद गान –
री० दिल अपन के पिंजरा बनाबूँ
हे येसु रौर के बसाबूँ
हायरे दइया पियो मैंना लेखे – 2
1. सोना कर पिंजरा रूपा कर कटोरा
रखबूँ मोंय सजाए संवराय
रखबूँ मोंय सजाए संवराय
2. दिनों-राति करबूँ मोय बस तोरे सेवा
करबूँ मोंय सुबह और शाम – 2
लेबूँ मोंय बस तोरे नाम
3. तोर वचन के प्रभु दिल में जोगाबूँ
रखबूँ मोंय मन में सजाय – 2
रखबूँ मोंय मन में बसाय
Song Link –
Pyasa Hiran Jaise Dundhe Hai Jal Mo
Page no. 173, Hymn no. 430.
Hymn Book – Sangeet Sagar
Communion Hymns (Paramprasad)
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