गाना किताब – संगीत सागर
पृष्ठ संख्या – 164 गाना संख्या – 414
परमप्रसाद गान –
री० आज तुझे पाके दिल में उमंग छायी है
तुझे पाके मेरा दिल झुम उठा है
मेरा मेहमान बनकर
दिल मेरा खुशियों से भर दिया
तेरे ही प्यार से तेरे वरदान से
मुझे भरता हे येसु तू प्यारे
1. स्वर्गीय रोटी प्रभु हैं मेरा
करता है तृप्त मुझे
आज तुझे पाया है मैंने
आज तुझे देखा है मैंने
मेरे दिल द्वार में हदय मंदिर में
आत्मा के अभयंतर में
2. जीवन का पानी प्रभु हमारा
करता है शीतल मुझे
आज तुझे पाया है मैंने
आज तुझे देखा हैं मैंने
मंदिर के दाहिने बहती नदिया में
तटवर्ती हरियाली में
3. अनंत जीवन तुझी से पाते
इतना यकीं है मुझे
आज तुझे पाया है मैंने
आज तुझे देखा है मैंने
दुनिया के रंग में इंसाँ के रूप में
तू ही है रग – रग में
Song Link –
Pyasa Hiran Jaise Dundhe Hai Jal Mo
Page no. 164, Hymn no. 414.
Hymn Book – Sangeet Sagar
Communion Hymns (Paramprasad)
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