गाना किताब – संगीत सागर
पृष्ठ संख्या – 192 गाना संख्या – 470
धन्यवाद गान –
1. स्वर्ग और पृथ्वी प्रभु ने बनाया प्रभु को महिमा हो – 2
री० उसी में जीना प्यारो उसी में मरना
उसी में सब कुछ करना है
2. पहाड़ पर्वत प्रभु ने बनाया प्रभु की महिमा हो – 2
3. नदी व नाले प्रभु ने बनाया प्रभु की महिमा हो – 2
4. खेत टाँड़ धन खुर्जी प्रभु ने बनाया प्रभु की महिमा हो – 2
5. सांझ सबेरा प्रभु ने बनाया प्रभु की महिमा हो – 2
Song Link –
Swarag Aur Prithiwi Prabhu Ne Banaya
Page no. 192, Hymn no. 470.
Hymn Book – Sangeet Sagar
Thanksgiving Hymns (Dhanyabad)
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