मेरी आत्मा प्रभु को धन्य कहे
मेरा तन मन उसकी स्तुति करे
मेरी आत्मा प्रभु को धन्य कहे
1. बचपन से ही जन्म-जन्म का
रिश्ता उसने मुझसे जोड़ा
मैं बेखबर किन्तु उसने तो
साथ कभी न छोड़ा – 2
2. हर दिन हर क्षण अपनी कृपा का
आशीष प्याला उसने उड़ेला
मेरे पाप कर्म पर अपना
ध्यान कभी न गड़ाया – 2
3. प्रभु पर मैंने आस रखी है
उसका प्रेम अनोखा आपार
जीवन सारा उसपर निछावर
कर पाऊँ शाँति आपार – 2
Song Link –
Meri Atma Prabhu Ko Dhanya Kahe
Page no. 75, Hymn no. 196.
Hymn Book – Sangeet Sagar
Responsorial Hymns (Anter Bhajan)
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