Search This Blog

Thursday, June 20, 2019

सृष्टि है तेरी कविता गाती हैं सन्ना तेरी

री० सृष्टि है तेरी कविता गाती हैं सन्ना तेरी
सारी धरा पर गूंजती है निशि दिन महिमा तेरी – 2

1. झरने की कलकल भी करती है तेरी महिमा
पंक्षी भी गाते हैं तू है कितना महान्

2. वन के सुमन भी बिहंसते करते हैं जय जयकार – 2
नभ को नीलिमा सितारे धरती को करते इशारे
सागर की चंचल मौजे देती हैं तेरी यादें
ऊंचे शिखर भी कहते तेरी कला है अपार

3.  दाऊद के गीतों में है तेरी प्रशंसा की धारा
जन्नत में कहते फरिश्ते करतार है तू ही हमारा
सृष्टि के हर एक कण में निखरा है त्तेरा प्यार – 2

Song Link –
Srishti Hai Teri Kavita Gati Hai Sanna Teri
Page no. 73, Hymn no. 188.
Hymn Book – Sangeet Sagar
Responsorial Hymns (Anter Bhajan)

No comments:

Post a Comment

संजीवन‌ झरिया केर पानी पिलाये दे तोंय _ Sanjeevan Jhariya Ker Paanee Pilaaye De Tony Christian Song Lyrics _

संजीवन‌ झरिया केर पानी पिलाये दे तोंय _ Sanjeevan Jhariya Ker Paanee Pilaaye De Tony Christian Song Lyrics _ : - Lyrics In Hindi - :  संजीवन...