गाना किताब – संगीत सागर
पृष्ठ संख्या – 185 गाना संख्या – 453
धन्यवाद गान –
री० चार दिन कर जिन्दगानी में,
ऐसन डगर चलू भाई,
ऐसा डगर चलू बाहिन,
कि इष्ट देखी कहे
कि कुटुम्ब देखी कहे
ई भाई कर चलन अच्छा है
ई बहिन कताई सुन्दर है
1. मसीहा केर चरण धूली से
रौर घर ऐसन बनाल जाय
कि ईश्वर केर मन्दिरा कहै
कि राइज देखी कहे
कि दुनिया देखी कहे
ई घर केकर होवेला
जे ढेर दूर से चमकेला
2. जिन्दगी तोर प्रभु मसीहा में
घुल मिलकर ऐसन बनाल जाय
कि अनकर ले नमूना कहै
कि टोला पाड़ा सोबे, जे देखी करी कहै
ई भाई केर लेखे होवेले
जीव हमर तरसेला
Song Link –
Chair Din Ker Jindgani Me
Page no. 185, Hymn no. 453.
Hymn Book – Sangeet Sagar
Thanksgiving Hymns (Dhanyabad)
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