गाना किताब – संगीत सागर
पृष्ठ संख्या – 123 गाना संख्या – 318
चढ़ावा गान –
री० होम बलि प्रभु तूने नहीं माँगी – 2
इसीलिए मैं चढ़ा रहा हूँ – 2
अपना मन अपना ध्यान – 2
1. रोटी हमारी धरती उपज है – 2
बन जाए यह स्वर्गीय भोजन
बन जाए यह स्वर्गीय मन्ना
2. दाखरस हमारी दाख उपज है – 2
बन जाए यह स्वर्गीय पीना
बन जाए यह आत्मिक पीना
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Home Bali Prabhu Tune Nahi Mangi
Page no. 123, Hymn no. 318.
Hymn Book – Sangeet Sagar
Offertory Hymns (Chadhawa)
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