गाना किताब – संगीत सागर
पृष्ठ संख्या – 134 गाना संख्या – 347
चढ़ावा गान –
री० अपना जीवन मैं समर्पण आज करता मेरे नाथ
बरसा मुझ पर अपनी कृपा द्वार खडा मैं मेरे नाथ
1. तूने मुझे प्रभु जीवन दिया है
जीवन दिया और पालन किया है – आ
तू ही है प्रभु मेरा सहारा
तेरे बिन और कोई न दूजा ।
2. जीवन के हर पल में प्रभु जी
प्रभु जी तूने मुझे संभाला – आ -2
तेरी दया प्रभु तेरी कृपा
सदा-सदा ही बनी रहे ।
3. जब कभी मैं भटक गया था
हाथ पकड़कर तूने बचाया – आ – 2
हर घड़ी हर पल तू रहता
ढाल बनकर मेरे नाथ ।
Song Link –
Apna Jeevan Mai Samarpan Aaj Kerta
Page no. 134, Hymn no. 347.
Hymn Book – Sangeet Sagar
Offertory Hymns (Chadhawa)
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