मेरी आत्मा प्रभु को धन्य कहे
मेरा तन मन उसकी स्तुति करे ।
मेरी आत्मा प्रभु को धन्य कहे ।
1. बचपन से ही जन्म-जन्म का
रिश्ता उसने मुझसे जोड़ा – 2
मैं बेखबर किन्तु उसने तो
साथ कभी न छोड़ा (2)
2. हर दिन हर क्षण अपनी कृपा का
आशिष प्याला उसने उंडेला
मेरे पाप करम पर अपना
ध्यान कभी न गड़ाया ( 2 )
3. प्रभु पर मैंने आश रखी है
उसका प्रेम अनोखा अपार – 2
जीवन सारा उस पे निछावर
शाँति अपार पा जाऊँ ( 2 )
Song Link –
New Song (Naya Gaan) Page no. 254,
Hymn no. 5.
Hymn Book – (Naya Gaan)Sangeet Sagar
ChristianPrayerSongs (Know)
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