री0 मेरी आत्मा गाती प्रभु गुणगान
प्रभु में ही है सदा प्रसन्न।
अपने दीन दासी पर कृपा दृष्टि की है
अब से सब पीढ़िया मुझे धन्य कहेगी।
प्रभु ने मेरे लिए महान कर्ज किए है
पवित्र है उसका नाम।
मेरी आत्मा गाती है प्रभु का गुणगान
मेरा मन अपने मुक्तिदाता में है प्रसन्न।
मेरी आत्मा….
उसकी कृपा उसके श्रद्धालू भक्तों पर
पीढ़ी दर पीढ़ी बनी रहती है।
उसने अपना बाहुबल प्रदर्शित किया है
और घमण्डियों को तितर बीतर किया है।
मेरी आत्मा गाती है प्रभु का गुणगान
मेरा मन अपने मुक्तिदाता में है प्रसन्न।
मेरी आत्मा….
शक्तिशालियों को आशाओं से उतारा
प्रभु तुने दीनों को महान बनाया।
उसने दरिद्रों को सम्पन्न किया है
धनियों को खाली हाथ लौटा दिया है।
मेरी आत्मा गाती है प्रभु का गुणगान
मेरा मन अपने मुक्तिदाता में है प्रसन्न।
मेरी आत्मा….
अब्राहम और उसके वंश के प्रति अपनी
चिरस्थायी दया को स्मरण कर।
पूरवइयों के प्रति अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार
अपनी दासी इस्राएल की सुधि ली है।
मेरी आत्मा गाती है प्रभु का गुणगान
मेरा मन अपने मुक्तिदाता में है प्रसन्न।
मेरी आत्मा….
No comments:
Post a Comment