राति अंधरिया सुनसान बेरा
आधा आधी रतिया के देखा तो महिमा
जगमग जगमग चमके बैतुलम गांव हो बैतुलम गांव
हायरे दईया ईश्वर केर कृपा
हायरे दईया ईश्वर केर महिमा
गोटा रे दुनिया अंधार राहे
दीया बती कोनो नहीं सुझत राहे
जुगुनु जे चमकाय झींगुर गावय
चरैया चिरगुण सोहान कराय
जाड़ा केर महिना शीत पानी गिराय
गछक पतैया नहाय धोवाय
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QUERISE : –
RATI ANDHARIYA SUNSAN BERA
RATEE ANDARIYA SUNSAN BERA
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