गाना किताब – संगीत सागर
पृष्ठ संख्या – 157 गाना संख्या – 499
परमप्रसाद गान –
प्रेम करो प्रेम रखो ईश्वर प्रेम सिखाया है
प्रेम करे जो इक दूजे से ईश्वर की वो संतान है ।
1. रहना सिखाता आपस में, बुराई न करना जीवन में
द्वेष न करना कृपालु बनो , धीरज रखना बातों में
अपनी बड़ाई करता नहीं, आनद से वह रहता है ।
2. बुराई के बदले करो भलाई, येसु ने ये रीत चलाई
सुखी रहे सारा संसार, उसकी महिमा अपरंपार
फैल गया येसु का नाम, जग के चारों ओर ।
Song Link –
Prem Karo Prem Rakho
Page no. 157, Hymn no. 499.
Hymn Book – Sangeet Sagar
Communion Hymns (Paramprasad)
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