गाना किताब – संगीत सागर
पृष्ठ संख्या – 159 गाना संख्या – 404
परमप्रसाद गान –
री० दिल में बसाऊँगा फूल से सजाऊँगा
आजा-आजा मेरे येसु आजा
शाम ढल रही है देख रात छा रही है देख
आजा मेरे येसु आजा ।
1. मेरा घर आँगन सूना-सूना है
बिन तेरे येसु हे मेरे नाथ
मीठे-मीठे झरने हरी हरी घासें
तेरी चरगाहों में
कितने सुहावने कितने लुभावने
कितने सुहावने लुभावने ।
2. मेरा मन मयूर प्यासा-प्यासा है
बिन तेरे येसु हे मेरे नाथ
रिमझिम – 2 वर्षा बहता – 2 पानी
तेरे चरगाहों में
कितने सुहावने कितने लुभावने
कितने सुहावने लुभावने
3. जग – जेड़ चेतन टूटा टूटा है
बिन तेरे येसु हे मेरे नाथ
तिनका-तिनका जोड़कर
सुर – सुर सजाकर
टूटे जड़ चेतन की
गुलशन संवार दे गीतों में पिरो दे
गुलशन संवार दे पिरो दे ।
Song Link –
Dil Me Basaunga Phool Se Sajaunga
Page no. 159, Hymn no. 404.
Hymn Book – Sangeet Sagar
Communion Hymns (Paramprasad)
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