मनुष्य नहीं जीता है केवल रोटी से,
ईश्वर के मुख से निकले
शब्द से जीता है।
मनुष्य नहीं जीता है केवल रोटी से ।
1. धन्य है वे जो पालन करते हैं (2)
ईश्वर की आज्ञा, पालन करते हैं ।
2. सारे दिल से तुझे मैं खोजूँगा (2)
तेरी आज्ञा प्रभु, मैं अब मानूँगा ।
3. मेरी आत्मा तरसती रहती है ( 2 )
तेरी शिक्षा प्रभु, पाने चाहती है ।
4. सत्य- मार्ग को मैंने चुन लिया ( 2 )
तेरी आज्ञा प्रभु, मैंने पालन किया ।
5. तेरी आज्ञा मैं प्रभु चाहता हूँ ( 2)
जीवन मुझको तू, हरदम देता है ।
Song Link –
New Song (Naya Gaan) Page no. 248,
Hymn no. 6.
Hymn Book – (Naya Gaan)Sangeet Sagar
ChristianPrayerSongs
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