री0 जय जय जय जय जय येसु(प्रभु)
तू है तू है तू ही प्रभु।
अल्लेलूइया अल्लेलूइया अल्लेलूइया
अल्लेलूइया अल्लेलूइया अल्लेलूइया।
मेरा मसीहा सुबह का तारा
मधु से मीठा प्राणों से प्यारा
तुझ से ज्यादा मुक्तिदाता
जग भर में ना कोई घाटा
व्याकुल रहता है मन मेरा
राज्य प्रभु जी आवे तेरा।
प्रेम का सागर तू है गहरा
जिसको खोजे ये मन मेरा
कितना पावन नाम है मेरा
हरपल तुझको सबकुछ मेरा
तू है अल्फा तू ही ओमेगा
जो हमेशा तक ही रहेगा।
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