ज्योति के भेद (वृहस्पतिवार)
पहला भेद : यर्दन नदी में येसु का बपतिस्मा ।
मतलब : सभी ख्रीस्तीय भाई-बहन जिन्होंने बपतिस्मा ग्रहण किया है, वे अपने विश्वास की साक्षी लोगों को दे सकें ।
दूसरा भेद : येसु काना नगर के विवाह भोज में अपनी महिमा प्रकट करते हैं ।
मतलब : सभी विवाहितों को माता मरिया की मध्यस्तता द्वारा विवाहित जीवन की खुशियों और जिम्मेदारियों को ग्रहण करने की कृपा मिले ।
तीसरा भेद : येसु ईश्वर के राज्य की घोषणा करते हैं ।
मतलब : मिश्नरी भाई-बहनों के लिए जो ईश्वर के राज्य के प्रसार में लगे हैं
चौथा भेद : येसु का रुपान्तरण ।
मतलब : : कि हम येसु को जीवन की स्थिति में पहचान सकें, अपना प्रभु घोषित कर सकें ।
पांचवां भेद : परमप्रसाद की स्थापना ।
मतलब : कि परमप्रसाद संस्कार में हम येसु को पहचानें और उससे अपने जीवन के लिए शक्ति प्राप्त करें ।
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