मैंने प्रभु और गुरू होकर भी धोए पैर तुम्हारे तुम्हे भी है धोना सब के जो हैं भाई तुम्हारे
प्रभु कहते हैं मैं तुम्हें एक नई आज्ञा देता हूँ तुम एक दूसरे को प्यार करो जैसा मैंने तुम्हें प्यार किया है
प्रभु भोजन पर से उठकर बरतन में पानी भरकर
अपने चेलों के पैर धोने लगे उन्होंने उन्हें यह उदाहरण दिया है
प्रभु येसु ने अपने चेलों के साथ भोजन करते समय उनके पैर धोए और उनसे कहा
क्या तुम समझते हो कि मैंने तुम्हारे साथ क्या किया है ?
प्रभु क्या आप मेरे पैर धोते है यदि मै तुम्हें न धोऊं तो तुम्हारा मेरे साथ कोई भाग नहीं होगा
तुम लोगों में विश्वास भरोसा और प्रेम ये तीनों विद्धमान हो
किंतु इनमें से सबसे महान प्रेम ही है
No comments:
Post a Comment