1. तेरा पियार, येसु, सीमा से पार,
मेरे दिल में बढ़े तेरा शुद्ध प्रेम ।
तू सृज़नहार जग का , बनके नन्हा बच्चा
प्रेम से मेहमान आया, बेतलेहेम में ।
2. तेरा पियार, येसु, सीमा से पार
मेरे दिल में बढ़े तेरा शुद्ध प्रेम ।
तू ईश सर्वशक्तिमान, माँ-बाप के रह अधीन,
मेरा आदर्श बना, नासरेथ में ।
3. तेरा पियार, येसु, सीमा से पार,
मेरे दिल में बढ़े तेरा शुद्ध प्रेम ।
प्राण देने को राजी लोहूलुहान मेमना,
मेरा निस्तार किया कलवारी में ।
4. तेरा पियार, येसु सीमा से पार,
मेरे दिल में बढ़े तेरा शुद्ध प्रेम ।
आत्मा के जीवनार्थ रोटी के रूप तले,
प्रेम से आहार तू है सम्भोजन में ।
5. तेरा पियार, येसु, सीमा से प्यार,
मेरे दिल में बढ़े तेरा शुद्ध प्रेम ।
आत्मा का तू सदा ईश और जयमान राजा ।
प्रेम से इनाम होगा आनन्द राज्य में ।
Song Link –
New Song (Naya Gaan) Page no. 179,
Hymn no. 12.
Hymn Book – (Naya Gaan)Sangeet Sagar
ChristianPrayerSongs
No comments:
Post a Comment